जिन गृहस्वामियों को यह लगता है की कुशन सिर्फ बैठक वाले कमरे के शोभा के लिए हैं, वह शयनकक्ष में इस विनम्र सज्जा के अनोखी छठा को देख कर अचंभित रह जायेंगे। कुशन अपने आकर्षक रंग, आकृति और संरचना के प्रभाव से उबाऊ और बेरंग दिखने वाले शनयनकक्ष को रोमांचक मोड़ देने का सामर्थ्य रखते हैं । लोग अक्सर शयनकक्ष के सजावट के लिए खर्च किये गए ऊर्जा को समय की बर्बादी समझते हैं इसलिए वे सिर्फ तकिया कवर और चादर बदलने की खानापूर्ति को सजावट कहते हैं ।
शयनकक्ष में इस्तेमाल किये जाने वाले बाकी सज्जा जैसे अलमारी, छोटे मेज, प्रसाधन मेज़ और कुर्सिया इत्यादि को ज़ियादा महत्त्व नहीं दिया जाता क्योकि ये घर के दिनचर्या में कमतर प्रयोग में लाये जाते हैं । सही ढंग से चुने हुए कुशन सादे शयकक्ष में आश्चर्यचकित बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं जो कमरा इस्तेमाल करने वाले लोगों की मनोदशा को हमेशा हर्षित रखे. सही ढंग से चुने हुए कुशन सादे शयकक्ष में आश्चर्यचकित बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं जो कमरा इस्तेमाल करने वाले लोगों की मनोदशा को हमेशा हर्षित रखे। सही कुशन का चयन तब आसान हो सकता है जब आप सममित रंग पैलेट का पालन करें क्योकि बेमेल रंग कमरे में अव्यवस्था फैलाते हैं ।
आपके सामने कुछ अलोकिक और ख़ूबसूरत कुशन प्रस्तुत किये गए हैं जो सज्जा के रहने या न रहने की बात को महत्व दिए बिना किसी भी छोटे या बड़े शयनकक्ष में रंग, जोश और लालित्य लाने के क्षमता रखते हैं।
शयन कक्ष की सजावट और पलंग की दशा से नींद का गहरा रिश्ता है और अगर यह दोनों अव्यवस्थित हो तो नींद पूरा नहीं हो पता और दिन भर थकन मेह्सून होता है । साफ़ और सुव्यवस्थित शयनकक्षा से सोनेवालों में स्फूर्ति और दिन भर बिना थके कम करते रहने की ऊर्जा आती है ।
इस शयनकक्ष को देखते ही मन सुकून और शांति से सरोबार हो जाता है । असंकीर्ण शैली में सजाये हुए इस कमरे की शोभा रंगबिरंगे कुशन्स और दीवार पर लगे चित्रों से और उभरता है । सफ़ेद चमचमते चादर और नीले रंग के तकिये के साथ खेल करते हुए ये रंगीन कुशन्स पलंग पर चार चाँद लगा रहे हैं । काले, नीले और नारंगी रंगों से ओतप्रोत ये कुशन्स की जोड़ी इस सौम्य शयन कक्ष को मनोरंजक बनाते हैं ।
कौन कहता है के महंगे फर्नीचर से ही घर की शोभा बढ़ती है? इस अनोखे फूल के पंखुड़ी के आकर के कुशन्स को देखिये जो वैसे तो चार कुशन हैं लेकिन उन्हें मिला दें तोः आरामदेह कुरसी बन जाता हैं । कई रंगों में उपलब्धत होने वाले यह मज़ेदार कुशन्स किसी भी कमरे की शोभा बन सकते हैं । जब ये खुले और अलग टुकड़ों में हो तब भी इनका आकर पूर्ण विकसित इंसान को सहारा दे सकता है । यह सजीला कुशन, कुर्सी और बीन बैग के मनमोहक समिश्ररन है जो बैठने वाले को अपने गर्म आलिंगन में लेकर आराम देता है ।
इस कुशन को आप बाँस की कुर्सी या झूले पर इस्तेमाल कर सकते है या यूं ही अलग अलग टुकड़ो में बिस्तर पर तकियों के साथ रख सकते हैं । बच्चों के शयनकक्ष में ये कुशन बहुत कम आएंगे क्योकि वे इसपर लेट कर किताब पढ़ना या खेल सकते हैं । इस परिवर्तनशील कुशन को आप जहाँ भी इस्तेमाल करें यह उस कमरे में चार चाँद लगा देगा ।
भारतीय सजावट और भड़कीले रंगों का साथ कई सदियों से चला आ रहा है और हमरी ज़िन्दगी का अटूट हिस्सा भी है. हर त्यौहार में हम चमकदार रंगों का प्रयोग करना महत्वपूर्ण मानते हैं चाहे वो होली हो या दिवाली. यह परंपरा इस लिए भी प्रचलित है क्योकि चमकदार रंग मन में ख़ुशी और स्फूर्ति भर देते हैं. रागों के साथ भारतियों के प्रेम को अमर बनाने के लिए ही इस रंगों से सरोबार कुशन का जन्म हुआ है.
डिजिटल प्रिंटिंग के नवीन तकनीक से बना यह अनोखा कुशन हमारी ज़िन्दगी से जुड़े एक और महत्वपूर्ण मूल वस्तु ऑटोरिक्शा को दर्शाता है. फटफटिया डिजाइन द्वारा निर्मित इस अनोखे और अनुपम डिज़ाइन से अपने घर के किसी भी कमरे को रंगीन बना सकते हैं. पीले रंग के पृष्ठभूमि के कारण ऑटोरिक्क्षा के रंग और उभर कर आये हैं. भड़कीले रंगों वाली ऑटो के साथ कुशन पर “प्रेम के पायल” की मजाकिया टिप्पणी भी लिखी है जिसे देख कर हर किसे के चेहरे पे मुस्कराहट आएगी.
बच्चों के शयनकक्ष के सजावट पर हर माता पिता का ख़ास ध्यान होता है, की वहां ऐसे कोई भी वस्तु या सज्जा न हो जिस से उनके लाडलों को किसी भी तरह की हानि पहुंचे. शयनकक्ष में इस्तेमाल होने वाली वस्तुए जैसे पलंग, कुर्सी, मेज, खिलोने, गद्दे, तकिये और चादर आदि को बच्चों के मनोरजन और सुरक्षा को ध्यान में रख कर व्यवस्थित किया जाता है.
इन मनोरम कुशन्स की जोड़ी को देख कर बच्चे और बड़े दोनों का मन मचल उठेगा. हलके स्लेटी रंग के कुशन्स पर रंग बिरंगी जानवर और जंगल में उड़ती हुई तितलियाँ एक वर्ण के गोलाकार के बीच से झांकते हुए मज़ेदार लगते हैं और किसी भी शयनकक्ष की शोभा बढ़ाने के लिए उत्तम है. एक स्लेटी कुशन में अनुपम रंग के चित्र हैं जिनमे आपको खेलते हुए बच्चे और अनेक तरह के कीड़े, मकोड़े तथा जानवर नज़र आएंगे.
हर कोई चाहता है की उसके शयनकक्ष मनमोहक और आरामदेह और हर मौसम में एक जैसे सुकून दे पर यह व्यवस्था आसान नहीं है । वह इसलिए क्योकि हर मौसम के साथ गर्मी और सर्दी कम और ज़ियादा होते रहते है जिनके मुताबिक पलंग के आयोजन को बदलते रहना ज़रूरी है । तन और मन के स्फूर्ति के लिए पूर्णतः विशाराम करना उतना ही आवश्यक है जितना नियमित व्यायाम और भोजन।
साफ सुथरे एवं आरामदायक शय्या के लिए कई वस्तुए ज़रूरी होते है जैसे के तकिये, गद्दे, चादर, रज़ाई, कुशन इत्यादि। इन मनमोहक ऊनी कुशन को देख कर हर इंसान का मन कहेगा की काश इस तरह के दो चार ऊनी कुशन उसके शयनकक्ष में भी हो। सफ़ेद पृष्ठभूमि के ऊपर छोटे रंगीन निशान किसी भी परिस्थिति में उत्तम लगते हैं और अगर चादर और गिलाफ गहरे रंग के हों तो यह सुन्दर कुशन दूर से सफ़ेद खरगोश के मानिंद लगेंगे । सर्दियों में इन्हे कम्बल के अंदर रख कर सोये तो आरामदायक गर्माहट मिलती है ।
हर विवाह विश्वास और प्यार की नीव पर रखा गया वह घर है जिसमे कई परिवार और पीढ़ियों का योगदान होता है । यह कथन इन रेशमी कुशन से सच साबित होती है क्योकि इन्हे परिवारजन नव दम्पति के लिए ख़ास बनवाते हैं । इन हस्त निर्मित रेशमी कुशन में दूल्हा और दुल्हन के प्यार और हर्ष को दर्शाया गया है । हलके नील रंग की पृष्ठभूमि पर दूल्हा और दुल्हन के भूरे रंग की रोमांचक रुपरेखा बने हुए हैं । ये कुशन नव दम्पति के शयनकक्ष की सजावट के लिए उत्तम होगा जो उनके प्यार भरे ज़िन्दगी की शुरुआत को यादगार बनाये ।
यह कोमल और आरामदेह कुशन अनूठे और सुन्दर हैं क्योकि इन्हे सिर्फ विशेष आदेश पर ही बनाया जाता है और हर डिज़ाइन अनोखा होता है । हलके नीली रेशमी कपडे से बने यह मनमोहक कुशन किसी भी रंग के चादर पर दुसरे तकियों के साथ सजीले लगेंगे। अगर चादर और तकिये रेशमी और गहरे रंग के हो तो इन कुशन की सुंदरता और बढ़ जाएगी ।
वैसे तो गद्दों और तकियों से भरे हुए शयनकक्ष में कुशन्स कहीं खो कर रह जातें है अगर उनमे कुछ असामान्य या अनोखा न हो जो लोगों का ध्यान उसकी तरफ आकर्षित कर सके । अबतक आपने कई तरह के मनमोहक और सजीले कुशन्स के नमूने और उन्हें सजाने के तरीके देखे और अब वक़्त आ गया है की आपके सामने कुछ नायब कशीदाकारी के नमूने भी प्रस्तुत करें ।
यह उत्कृष्ट रचना हज़ारों साल पुरानी कशीद्कारी की कला क्रेवेल से बनी है जो रंग और जटिल कारीगरी का अदम्य नमूना है । इतने सालों तक यह कला पारिवारिक परंपरा द्वारा अब तक जीवित रखी गयी है और इसके डिजाईन भी अनेक रंगो के मिश्रण से बनते हैं । सफ़ेद पृष्ठभूमिक पर रेशम के धागों से बनाये गए यह कुशन्स और चादर किसी भी शयनकक्ष की सुंदरता बढ़ा सकते हैं ।
इन रंगीन कुशन्स के अतिरकित भी होमिफ़य पत्रिका में शयनकक्ष सजाने के लिए एक से एक सुसज्जा की वस्तुए मिलेंगे । यह लेख आपको शयकक्ष सजाने के कुछ और सुझावों से परिचित कराएगी – होम डेकोरटिंग आइडियाज ।